आईयूआई उपचार, जिसे इंट्रायूटेराइन इंसेमिनेशन भी कहा जाता है, एक प्रजनन सहायक तकनीक है जो बांझपन से परेशान या अनियमित यौन संबंध वाले जोड़ों को गर्भधारण करने में मदद करती है। आईयूआई उपचार में , साधारणतः, महिला को ओवुलेशन (अंडाशय में अंडा तैयार होना) के समय डाक्टर इस प्रक्रिया को शुरू करते हैं । इसके बाद, पुरुष का संग्रहित शुक्राणु स्पेशल तकनीक के माध्यम से महिला के गर्भाशय में डाला जाता है।
आईयूआई उपचार का मुख्य उद्देश्य यह है कि यह शुक्राणुओं को सीधे और अधिकतम संख्या में गर्भाशय में पहुंचाकर गर्भाधान की संभावनाओं को बढ़ाना है। यह विशेष रूप से उन जोड़ों के लिए लाभदायक हो सकता है जिनमें पुरुष के शुक्राणुओं का संख्यात्मक कमी हो, या जिनमें स्त्री के गर्भानिरोधक नालियों में किसी प्रकार का अवरोध हो। आईयूआई उपचार अक्सर कई अन्य प्रजनन सहायक उपचारों के साथ मिलाकर किया जाता है, जैसे कि दवाइयाँ या उत्तेजक इंजेक्शन्स। इसका मकसद महिला के ओवुलेशन को बढ़ावा देना और शुक्राणुओं के गर्भाशय में पहुंचने को निश्चित करना , जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाए।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस प्रक्रिया में सफलता होने की संभावना बढ़ जाए, डॉक्टर सामान्यतः पूर्व-परीक्षण करते हैं और सम्पूर्ण चिकित्सा इतिहास लेते हैं। यह उपचार उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है जो अंडाशय की समस्याओं, वीर्य की कमी, या गर्भानिरोधक नालियों के बंद होने की समस्या से जूझ रहे हों। इस उपचार के माध्यम से, वे गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं और अपने परिवार का सपना साकार कर सकते हैं।